राजस्थान से शुरू हुआ युवाओं के नेतृत्व में हरित क्रांति का नया अध्याय
जयपुर,पहली युवा सस्टेनेबिलिटी कॉन्फ्रेंस 2025 का आयोजन 21 जुलाई को कनोरिया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर में किया जाएगा। इस कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन संजय शर्मा, वन एवं पर्यावरण मंत्री, राजस्थान सरकार द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम में डॉ. मंजू बाघमार, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री, और ‘जल पुरुष’ व मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित राजेन्द्र सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
लोक संवाद संस्थान, जयपुर स्थित गैर-लाभकारी मीडिया एडवोकेसी संस्था कल्याण सिंह कोठारी ने बताया"जब जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय संकट हमारे भविष्य को प्रभावित कर रहे हैं, ऐसे में युवाओं को समाधान का केंद्र बनाना आवश्यक है। यह मंच उन्हें कहानी, संवाद और कार्रवाई के शक्तिशाली औज़ार प्रदान करता है," यह पहल देशभर के 20 से अधिक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की सहभागिता से संचालित एक वर्षभर का राष्ट्रव्यापी अभियान है, जो युवाओं को पर्यावरणीय कार्यों में सहभागी बनाएगा।
राजस्थान सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने “पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास के प्रति जागरूकता व जनभागीदारी के लिए एक अभिनव और सार्थक पहल” पर अभियान का पोस्टर जारी किया बताया। मंत्री ने इस अवसर पर सम्मेलन की पहली न्यूज़लेटर का विमोचन भी किया, जिसमें आगामी कार्यशालाओं, आयोजनों और युवाओं की भागीदारी वाले अभियानों की जानकारी दी गई है।
संजय शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन को लेकर युवाओं को जागरूक और प्रेरित करने वाली एक अनोखी पहल बताया . अभियान परंपरा, नवाचार और जनभागीदारी का संगम है, जो केवल एक अभियान नहीं, बल्कि एक युवा-प्रेरित जनांदोलन बन रही है स्थायित्व, जलवायु कार्रवाई और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व की दिशा में। वॉयसेज़ ऑफ़ भारत: युवा फॉर सस्टेनेबिलिटी”: के तहत युवाओं को डिजिटल कहानी कहने की कला के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर आधारित रचनात्मक और प्रेरणादायक संदेश देने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
लोक संवाद संस्थान, जयपुर स्थित गैर-लाभकारी मीडिया एडवोकेसी संस्था कल्याण सिंह कोठारी ने बताया"जब जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय संकट हमारे भविष्य को प्रभावित कर रहे हैं, ऐसे में युवाओं को समाधान का केंद्र बनाना आवश्यक है। यह मंच उन्हें कहानी, संवाद और कार्रवाई के शक्तिशाली औज़ार प्रदान करता है," यह पहल देशभर के 20 से अधिक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की सहभागिता से संचालित एक वर्षभर का राष्ट्रव्यापी अभियान है, जो युवाओं को पर्यावरणीय कार्यों में सहभागी बनाएगा।
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