मेघालय CM कॉनराड के संगमा ने किया 134वां इंडियन ऑयल ड्यूरंड कप ट्रॉफ़ी का अनावरण
शिलॉन्ग, मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग में फुटबॉल का 134वें इंडियन ऑयल ड्यूरंड कप की तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियाँ स्टेट कन्वेंशन सेंटर में प्रदर्शित गईं। यह ट्रॉफी रोड शो न केवल इस खेल आयोजन की शुरुआत का संकेत है, बल्कि इस बात की पुनः पुष्टि भी है कि मेघालय भारत का अगला स्पोर्ट्स डेस्टिनेशन बनने की दिशा में मजबूत कदम उठा रहा है। ट्रॉफियाँ शिलॉन्ग शहर, नोंगस्टोइन और तुरा का भ्रमण करेंगी, जिससे आम जनता को एशिया की सबसे पुरानी ट्रॉफियों को नज़दीक से देखने का अवसर मिलेगा । यह रोड शो स्टेट कन्वेंशन सेंटर से आरंभ हुआ, जिसमें कॉनराड के संगमा, मुख्यमंत्री; शाकलियार वरजरी,
उन्होंने कहा,“पिछले सात वर्षों में सरकार द्वारा खेलों को दी गई प्राथमिकता और समर्थन,पहले की तुलना में पूरी तरह से अलग और मजबूत रहा है। इन वर्षों में राज्य के कुल स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर का लगभग 70% निर्माण हुआ है और खेल से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स में करीब रु 2000 करोड़ का निवेश किया गया है।” मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार मौखानु स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रही है, जो देश का सबसे बड़ा समर्पित फुटबॉल स्टेडियम होगा।
मुख्यमंत्री ने इन महत्वपूर्ण निवेशों के माध्यम से सरकार की इस सोच को दोहराया कि शिलॉन्ग को भारत की अगली फुटबॉल राजधानी बनाना है। खेल मंत्री शाकलियार वरजरी ने अपने संबोधन में राज्य में फुटबॉल के प्रति जनभावनाको रेखांकित करते हुए कहा कि पिछली बार ड्यूरंड कप के दौरान जो उत्साह देखा गया, वहअतुलनीय था। उन्होंने कहा कि सरकार खेलों के विकास के लिए उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार मौखानु में एशिया के सबसे बड़े फुटबॉल स्टेडियमों में से एक का निर्माण कर रही है, जिसकी दर्शक क्षमता 40,000 होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य मेघालय से ओलंपियन खिलाड़ी तैयार करना है। 2027 नेशनल गेम्स की तैयारी के लिए 26 खेल संघों को प्रशिक्षण सहायता हेतु रु 39.17 करोड़ की अनुदान राशि स्वीकृत की गई है और सरकार का लक्ष्य है कि कम से कम 50 पदक जीते जाएँ। लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक, एसएम, जीओसी 101 एरिया ने कहा,“यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि हम ड्यूरंड कप जैसे ऐतिहासिक टूर्नामेंट को फिर से शिलॉन्ग में ला रहे हैं। हम मेघालय सरकार के आभारी हैं, जिन्होंने पूरे आयोजन में भरपूर सहयोग दिया ।
उन्होंने कहा कि तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियों का रोड शो युवाओं को फुटबॉल खेलने की प्रेरणा देगा। उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि सरकार ने विदेशी टीम को आमंत्रित करके मेज़बानी की और उनके रहने की व्यवस्था निशुल्क की , यह राज्य की मेहमान नवाज़ी और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस अवसर पर “हीयर वी गो” मेघालय ड्यूरंड कप टीम सॉन्ग का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
खेल मंत्री; एयर मार्शल सूरज सिंह, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, ईस्टर्न एयर कमांड; लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक, एसएम, जीओसी 101 एरिया; लेफ्टिनेंट जनरल मोहित मल्होत्रा, एवीएसएम, एसएम, सीओएस एचक्यू ईस्टर्न कमांड, चेयरमैन डीसीओसी और कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी,अधिकारीगण एवं अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने दुनिया के पाँचवें सबसे पुराने टूर्नामेंट – 134वें ड्यूरंड कप की मेज़बानी करने पर कहा,“मैं इस अवसर पर भारतीय सेना का आभार प्रकट करना चाहता हूँ, जिन्होंने शिलॉन्ग को इस बार फिर से टूर्नामेंट के मेज़बान स्थलों में चुना।
जे.एन. स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, शिलॉन्ग में कुल आठ मैच खेले जाएंगे। पिछले वर्ष हमें एक बहुत ही सफल सीजन देखने को मिला था और मैं गर्व से कह सकता हूँ कि शिलॉन्ग ने मेज़बानी, व्यवस्था और दर्शकों के उत्साह के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। मैं आश्वस्त करता हूँ कि इस वर्ष भी अनुभव वैसा ही शानदार रहेगा। इस बार अधिक स्थानीय टीमें भाग ले रही हैं, जिससे शिलॉन्ग के प्रशंसकों और पूरे मेघालय के लोगों के लिए टूर्नामेंट और भी आकर्षक होगा।”
उन्होंने कहा,“पिछले सात वर्षों में सरकार द्वारा खेलों को दी गई प्राथमिकता और समर्थन,पहले की तुलना में पूरी तरह से अलग और मजबूत रहा है। इन वर्षों में राज्य के कुल स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर का लगभग 70% निर्माण हुआ है और खेल से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स में करीब रु 2000 करोड़ का निवेश किया गया है।” मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार मौखानु स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रही है, जो देश का सबसे बड़ा समर्पित फुटबॉल स्टेडियम होगा।
उन्होंने राज्य में खेल इंफ़्रास्ट्रक्चर से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी , जैसे जे.एन. स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का उन्नयन, मावडियांगदियांग स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पी.ए. संगमा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (तुरा), इंटीग्रेटेड हॉस्पिटैलिटी एंड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (शिलॉन्ग), वाहियाजेर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (जोवाई), पी.ए. टोगन एथलेटिक स्टेडियम (तुरा), और व्हाइट वॉटर विलेज (उमथाम व उमीआम)। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के हर ज़िला मुख्यालय में एथलेटिक्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक तैयार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने इन महत्वपूर्ण निवेशों के माध्यम से सरकार की इस सोच को दोहराया कि शिलॉन्ग को भारत की अगली फुटबॉल राजधानी बनाना है। खेल मंत्री शाकलियार वरजरी ने अपने संबोधन में राज्य में फुटबॉल के प्रति जनभावनाको रेखांकित करते हुए कहा कि पिछली बार ड्यूरंड कप के दौरान जो उत्साह देखा गया, वहअतुलनीय था। उन्होंने कहा कि सरकार खेलों के विकास के लिए उच्च स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार मौखानु में एशिया के सबसे बड़े फुटबॉल स्टेडियमों में से एक का निर्माण कर रही है, जिसकी दर्शक क्षमता 40,000 होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य मेघालय से ओलंपियन खिलाड़ी तैयार करना है। 2027 नेशनल गेम्स की तैयारी के लिए 26 खेल संघों को प्रशिक्षण सहायता हेतु रु 39.17 करोड़ की अनुदान राशि स्वीकृत की गई है और सरकार का लक्ष्य है कि कम से कम 50 पदक जीते जाएँ। लेफ्टिनेंट जनरल संजय मलिक, एसएम, जीओसी 101 एरिया ने कहा,“यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि हम ड्यूरंड कप जैसे ऐतिहासिक टूर्नामेंट को फिर से शिलॉन्ग में ला रहे हैं। हम मेघालय सरकार के आभारी हैं, जिन्होंने पूरे आयोजन में भरपूर सहयोग दिया ।
उन्होंने कहा कि तीन प्रतिष्ठित ट्रॉफियों का रोड शो युवाओं को फुटबॉल खेलने की प्रेरणा देगा। उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि सरकार ने विदेशी टीम को आमंत्रित करके मेज़बानी की और उनके रहने की व्यवस्था निशुल्क की , यह राज्य की मेहमान नवाज़ी और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस अवसर पर “हीयर वी गो” मेघालय ड्यूरंड कप टीम सॉन्ग का प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
इस वर्ष का ड्यूरंड कप 23 जुलाई से 23 अगस्त 2025 तक पांच राज्यों पश्चिम बंगाल, झारखंड,असम,मणिपुर और मेघालय में आयोजित किया जाएगा। शिलॉन्ग में आठ मैचों की मेज़बानी की जाएगी, जिनमें एक क्वार्टरफाइनल और एक सेमीफाइनल मैच भी शामिल है और यह सभी जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले जाएंगे।
टिप्पणियाँ