रैपिडो आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन के साथ पूर्व सैनिकों को रोज़गार से जोड़ेगा

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली, रैपिडो ने भारतीय पूर्व सैनिकों के प्लेसमेंट के लिए काम करने वाले संगठन, आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन के साथ एक मैमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर दस्तखत किए। रैपिडो द्वारा ड्राईवर सप्लाई लीड्स में मुख्य लीडरशिप के पदों पर जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ), नॉन-कमीशंड अधिकारियों (एनसीओ) एवं अन्य रैंक (ओआर) के अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी।

 इस एमओयू पर दस्तखत आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन, हेड क्वार्टर्स, नई दिल्ली में मेजर जनरल, अजय चौहान, मैनेजिंग डायरेक्टर, आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन (एडब्लूपीओ) और कर्नल केएच उप्पल की मौजूदगी में किए गए। इस अभियान का उद्देश्य देश में आजीविका और समावेशन बढ़ाना है। यह अभियान भारत की विकसित होती हुई अर्थव्यवस्था में पूर्व सैनिकों के महत्वपूर्ण योगदान को पहचानकर उनके नेतृत्व और सामुदायिक प्रभाव का उपयोग कर उन्हें नेतृत्वकर्ता के रूप में सशक्त बना रहा है।

 वो जमीनी स्तर पर कार्यबल का निर्माण करने के रैपिडो के लक्ष्य में सहयोग करते हुए स्थानीय युवाओं को रैपिडो से जोड़ने और उन्हें परामर्श देने में मुख्य भूमिका निभाएंगे। इस सहयोग द्वारा भारतीय पूर्व सैनिकों को एक संरचनाबद्ध और फुल टाईम रोजगार प्राप्त होगा, साथ ही रैपिडो का क्षेत्रीय ड्राईवर सप्लाई नेटवर्क भी मजबूत होगा। 

इस अवसर पर रिज़वान शेख, वाईस प्रेसिडेंट, कस्टमर सर्विस डिलीवरी (सीएसडी) एवं सप्लाई, रैपिडो ने कहा, ‘‘रैपिडो देश में सबसे बड़ा आजीविका प्रदाता बनना चाहता है। आर्मी वैलफेयर प्लेसमेंट ऑर्गेनाईज़ेशन (एडब्लूपीओ) के साथ यह सहयोग हमारे इस उद्देश्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम पूर्व सैनिकों को अपने नेतृत्व के कौशल, अनुशासन और दृढ़ता का उपयोग एक नए परिवेश में करने का अवसर प्रदान कर रहे हैं। हम उन्हें क्षेत्रीय जिम्मेदारियाँ संभालने तथा भारत में हमारे नेटवर्क को मजबूती प्रदान करने में समर्थ बना रहे हैं।

मेजर जनरल, अजय चौहान, मैनेजिंग डायरेक्टर, एडब्लूपीओ ने कहा, ‘‘रैपिडो के साथ यह सहयोग पूर्व सैनिकों के लिए संरचनाबद्ध, दीर्घकालिक रोजगार की ओर एक कदम है। यह प्रशिक्षित, भरोसेमंद कर्मचारियों और अनुशासन एवं ऑपरेशनल एक्सिलेंस को महत्व देने वाले उद्योगों के बीच संपर्क स्थापित करने के एडब्लूपीओ के फोकस के अनुरूप है। यह अभियान चुनिंदा जिलों में 60 दिनों के लिए पायलट के साथ शुरू होगा, जिसमें 10 से 15 साल के पूर्व सैनिक हिस्सा लेंगे। इसके बाद रैपिडो द्वारा इस प्रोग्राम का विस्तार छः महीनों में 100 से अधिक स्थानों तक किया जाएगा।

पूरे देश में तैनाती उच्च क्षमता वाले जिलों, जैसे गोरखपुर, वाराणसी, पटना, जबलपुर, अमृतसर, नासिक एवं उत्तर पूर्व के शहरों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यह गठबंधन पूर्व सैनिकों को दूसरा करियर प्रदान करने के रैपिडो के लक्ष्य के अनुरूप है। यह गठबंधन मोबिलिटी के क्षेत्र में उनकी प्रतिभा का उपयोग करेगा। इससे विस्तार, समावेशन और जिम्मेदार वृद्धि पर रैपिडो का निरंतर फोकस प्रदर्शित होता है।

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