जॉय पर्सनल केयर ने आइकॉनिक स्किन फ्रूट्स मॉइस्चराइजिंग क्रीम के लिए नया TVC जारी किया

० संवाददाता द्वारा ० 
मुंबई : भारतीय होम-ग्रोन पर्सनल केयर ब्रांड जॉय पर्सनल केयर, जो RSH ग्लोबल के अंतर्गत आता है, ने अपनी स्किन फ्रूट्स मॉइस्चराइजिंग क्रीम के लिए एक नया कैंपेन लॉन्च किया है, जिसमें फिल्म अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा नजर आएंगी। डीप मॉइस्चराइजिंग और हेल्दी ग्लो प्रदान करने के लिए जानी जाने वाली यह मॉइस्चराइज़र भारतीय घरों की वर्षों से पसंद रही है। 

सेब और जोजोबा ऑयल से युक्त यह क्रीम 48 घंटे तक नमी बनाए रखती है, त्वचा की रूखापन दूर कर उसे मुलायम, चमकदार और नॉन-स्टिकी बनाती है। यह एक कालातीत स्किनकेयर उत्पाद है, जो पुराने यूज़र्स के साथ-साथ आज की जनरेशन Z के उन उपभोक्ताओं को भी आकर्षित करता है, जो प्रभावशीलता और प्रामाणिकता दोनों चाहते हैं।

सान्या की सादगी और लोगों से जुड़ाव, जॉय पर्सनल केयर की उस सोच से मेल खाता है, जो भरोसेमंद परफॉर्मेंस को आधुनिक स्पर्श के साथ पेश करती है। उनकी व्यापक लोकप्रियता उन्हें इस उत्पाद के लिए एक आदर्श ब्रांड एम्बेसडर बनाती है, जो विरासत और आधुनिकता के बीच पुल का काम करता है।

यह हल्का-फुल्का TVC एक परिवार की मनोरंजक स्थिति को दर्शाता है, जिसमें पारंपरिक ‘लड़की देखने’ की रस्म को आधुनिक अंदाज में पेश किया गया है। जब संभावित दूल्हे की मां सान्या से उनके घरेलू हुनर के बारे में पूछती है, तो सान्या सबको चौंकाते हुए कमरे को एक उत्साहित इन्फ्लुएंसर शूट सेट में बदल देती है। माता-पिता ट्राइपॉड, एलईडी लाइट और मोबाइल कैमरा सेट करने में मदद करते हैं और सान्या आत्मविश्वास के साथ जॉय स्किन फ्रूट्स मॉइस्चराइजिंग क्रीम का मज़ेदार और आकर्षक रिव्यू प्रस्तुत करती हैं।

 वह सिर्फ उन्हीं “ओजी प्रोडक्ट्स” को प्रमोट करने की बात पर जोर देती हैं जो सच में असरदार हों। उनकी चुलबुली बातें दूल्हे के परिवार को हैरान कर देती हैं, जबकि सान्या प्रभावी ढंग से जॉय का वादा पेश करती हैं। ​यह TVC एक ज़ोरदार और ऊर्जावान नोट पर समाप्त होता है, जिसमें पूरा परिवार साथ में नाचता है और ब्रांड का संदेश 'जॉय ब्यूटीफुल बाय नेचर' सबको दिखाई देता है। इस विज्ञापन को टीवी, यूट्यूब, सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जाएगा।

सुनील अग्रवाल, को-फाउंडर और चेयरमैन, RSH ग्लोबल ने कहा, “जॉय स्किन फ्रूट्स मॉइस्चराइजिंग क्रीम हमेशा से एक उत्पाद से अधिक रही है। यह भारतीय घरों का हिस्सा है, जिसने लगातार पोषण और भरोसे का वादा पूरा किया है। इसकी मजबूत मांग और वफादारी इसकी प्रभावशीलता का प्रमाण है। इस नए TVC के माध्यम से हम इस उत्पाद की कालातीत प्रासंगिकता (टाइमलेस रिलेवेंट) को मजेदार और आधुनिक तरीके से प्रस्तुत करना चाहते थे, जबकि ब्रांड की मूल विचारधारा को भी बरकरार रखा गया है।

 एक भारतीय ब्रांड के रूप में हम परंपरागत उत्पादों को संजोकर रखने और बदलती उपभोक्ता जरूरतों के अनुसार उन्हें अर्थपूर्ण बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाते हैं। यह री-इंट्रोडक्शन एक ऐसे उत्पाद का जश्न है, जिसने समय की कसौटी पर खुद को साबित किया है और उपभोक्ताओं के साथ जॉय का रिश्ता और मजबूत करता है।”

पौलोमी रॉय, चीफ मार्केटिंग ऑफिसर, RSH ग्लोबल ने कहा, “स्किनकेयर सेगमेंट में उपभोक्ता पसंद तेजी से बदल रही है। युवा उपभोक्ता प्रामाणिकता, प्रभावशीलता और सरलता को प्राथमिकता देते हैं। जॉय स्किन फ्रूट्स मॉइस्चराइजिंग क्रीम वर्षों से ‘डीप मॉइस्चराइजेशन’ के लिए एक भरोसेमंद विकल्प रही है। इसे सान्या मल्होत्रा के साथ फिर से केंद्र में लाने से एक नया, 

आधुनिक दृष्टिकोण मिलता है। सान्या की प्रामाणिकता आज के उपभोक्ताओं, विशेषकर जनरेशन Z के बीच मजबूत रूप से जुड़ती है। यह अभियान हमारी विरासत को नई पीढ़ी की आकांक्षाओं से जोड़ता है और साबित करता है कि जॉय एक ऐसा ब्रांड है जो समय के साथ विकसित होता है, जबकि अपनी जड़ों से जुड़ा रहता है।”

सान्या मल्होत्रा ने भी अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, “इस रोमांचक कैंपेन का हिस्सा बनकर बेहद खुशी हुई। जॉय स्किन फ्रूट्स मॉइस्चराइजिंग क्रीम भारतीय घरों का लंबे समय से एक भरोसेमंद हिस्सा रही है। मुझे हमेशा इसका ‘डीप मॉइस्चराइजेशन’ पसंद रहा है। इस कैंपेन की शूटिंग बहुत मजेदार रही, फिल्म में जो खिलंदड़ अंदाज है वह इसे एक ताजगी भरा और जीवंत अनुभव देता है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

गांधी जी का भारतीय साहित्य पर प्रभाव "

ऑल राज.विवि पेन्शनर्स महासंघ लामबंद सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

राजस्थान के सरकारी विश्वविद्यालयों के पेंशनर्स हुए लामबंद

वाणी का डिक्टेटर – कबीर

एक विद्यालय की सफलता की कहानी-बुनियादी सुविधाएँ व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए चर्चित

कोटद्वार के चिल्लरखाल रोड निर्माण समस्या को लेकर 230 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर दिल्ली पंहुचा पत्रकार